Boeing 787 Dreamliner क्रैश! क्या सच में पहली बार टूटा भरोसा? Air India अहमदाबाद विमान दुर्घटना?
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इसमें बैठे थे और टेक ऑफ करने के सिर्फ 40 सेकंड बाद ही ये फ्लाइट बड़ी तेजी से नीचे की और गिरने लगी और लिटरली टेक ऑफ के दो मिनट बाद ही ये प्लेन जाकर क्रैश कर जाता है, गुजरात के रेजिडेंशियल एरिया में वह इलाका जहाँ लोग रहते हैं, जैसे मकान, फ्लैट, कॉलोनी आदि।
यह पूरा घटना चौंकाने वाली इसलिए है क्योंकि इतिहास में इस स्पेसिफिक प्लेन टाइप के लिए यह पहला क्रैश है। Boeing 787 ड्रीमलाइनर एक बड़ा, तेज़ और आरामदायक हवाई जहाज़ है, जिसे लंबी दूरी की उड़ानों के लिए बनाया गया था। जिसका एक एक्सीलेंट सेफ्टी रिकॉर्ड है।
शादियों से आज तक इतिहास में यह प्लेन कभी क्रैश नहीं किया है। ड्रीम लाइनर की पहली फ्लाइट साल 2009 में उड़ी थी आज से 16 साल पहले और तब से लेकर अभी तक कोई भी इस लेवल का हादसा इस प्लेन के साथ नहीं हुआ है। हम जानते हैं (Boeing as a company) का एक बहुत ही खराब ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। पिछले कुछ सालों में। जैसे कि उनके प्लेन टाइप B737 Max जिसमें कई बहुत सारे Manufacturing Defects देखे गए (चीज़ बनाते समय हुई गलती, जिससे वह सही से काम नहीं करती) और कई सारे प्लेन क्रैशेस भी देखे गए हैं पिछले कुछ सालों में लेकिन ये वाला प्लेन वो नहीं था। इस प्लेन का स्पेसिफिक कोड नंबर वीटी एनबी था जिसे आप इंटरनेट पर सर्च करके और डाटा एक्सप्लोर कर सकते हैं। यह 11 साल पुराना जहाज़ था। कोई ज्यादा पुराना प्लेन नहीं था। ड्रीमलाइनर्स का लाइफ स्पैन 20 से 30 साल तक का होता है। जो पायलट इस प्लेन को उड़ा रहे कैप्टन सुमित सबरवाल उनका खुद का भी 8200 फ्लाइट आवर्स, मतलब हवाई जहाज़ ने कितने घंटे उड़ान भरी है। फ्लाइट एक्सपीरियंस था जो कि बहुत अच्छा होता है। तो पायलट भी इन एक्सपीरियंस नहीं थे। अगला सवाल आपके दिमाग में आएगा कि क्या वेदर (Weather) खराब था? ऐसा भी नहीं था। 1:30 बजे दोपहर के ये क्रैश हुआ। वेदर कंडीशंस अगर देखी जाए तो लगभग 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास का तापमान था। कोई ज्यादा तेज हवाएं नहीं चल रही थी। मौसम बहुत ही साफ़ थी बहुत अच्छी थी। 6 कि.मी. से ज्यादा की Visibility तो ऐसे में सवाल उठता है-
कि यहां प्रॉब्लम कहां पर हुई? इसका असली जवाब हमें जल्द ही पता लग जाएगा। अभी प्लेन के ब्लैक बॉक्स से इंफॉर्मेशन को रिट्रीव किया जा रहा है। लेकिन मोस्ट लाइकली ये पूरा हादसा एक बहुत ही भयंकर टेक्निकल फेलियर का लग रहा है। क्या यहां पर कोई इंजन फेलियर हुआ है मेंटेनेंस फेलियर की वजह से? इसका असली जवाब तो हमें तभी पता चल पाएगा जब ब्लैक बॉक्स को रिट्रीव करके सारी इंफॉर्मेशन पब्लिक में रखी जाएगी। लेकिन सवाल इन दो कंपनीज से जरूर पूछा जाना चाहिए। Air इंडिया और Boing.